रीड साहब की धर्मशाला में रहने वाले 61 आवंटियों के साथ ही गैर कानूनी तरीके से रहने वाले लोगों की मुश्किलें बढ़ने वाली है। बुधवार को जिलाधिकारी के दौरे के बाद गुरुवार को अपर नगर आयुक्त अपनी टीम के साथ सर्वे रिपोर्ट तैयार करने पहुंच गए। उधर, आवंटी नये सिरे से रणनीति तैयार करने में जुट गए हैं।
गुरुवार को अपर नगर आयुक्त अनिल कुमार सिंह निगम की टीम के साथ रीड साहब का धर्मशाला पहुंचे। वहां टीम ने एक-एक कर लोगों से पूछताछ की। लोगों से जानकारी ली कि वह कितने वर्षों से रह रहे हैं। परिवार में कितने सदस्य है। मकान की स्थिति कैसी है। मकान में नया निर्माण हुआ है या नहीं। बता दें कि नगर निगम के रिकॉर्ड में रीड साहब की धर्मशाला में इस समय 61 परिवार निवास कर रहे हैं। इनसे नगर निगम किराया लेता है। सबसे कम किराया 10 रुपये और सबसे ज्यादा 43 रुपये है। इसमें कुछ अवैध तरीके से रह रहे हैं।
करीब आठ महीने पहले भी नगर निगम की टीम ने सर्वे शुरू किया था, तब नगर विधायक डॉ. राधा मोहन दास अग्रवाल लोगों के पक्ष में खड़े हो गए थे। जिसके बाद पूरा प्रकरण ठंडे बस्ते में चला गया था। डीएम द्वारा 17वीं शताब्दी में बने इस भवन को सरंक्षित करने की कोशिशों के बाद वाशिंदों की बेचैनी बढ़ गई है। अपर नगर आयुक्त अनिल कुमार सिंह ने बताया कि सर्वे किया जा रहा है। यहां रहने वालों का ब्योरा जुटाया जा रहा है।